Sunday, January 22, 2017

गौहर राजा

दुआ
काश यह बेटियां बिगड़ जाये ं
इतना बिगड़ें के यह बिफर जाएँ
 उन पे बिफरें जो तीर ओ तेशा लिए 
 राह में बुन रहे हैं दार-ओ-रसन
 और हर अज़माइश-ए-दार-ओ-रसन
 इनको रास्ते की धूल लगने लगे
काश ऐसा हो अपने चेहरे से
आंचलो को झटक के सब से कहें
 ज़ुल्म की हद जो तुम ने खेची थी
 उस को पीछे कभी का छोड़ चुके
काश चेहरे से ख़ौफ का ये हिजाब
 यक ब यक इस तरह पिघल जाये
 तम तमा उठे यह रुख़ ए रोशन
 दिल का हर तार टूटने सा लगे
काश ऐसा हो सहमी आँखों में
 क़हर की बिजलियाँ कड़क उठें
 और माँगें यह सारी दुनिया से
एक एक कर के हर गुनाह का हिसाब
 वोह गुनाह जो कभी किये ही नहीं
और उनका भी जो ज़रूरी हैं
काश ऐसा हो मेरे दिल की कसक
 इनके नाज़ुक लबों से फूट पड़े
शाहीन धाडा और रिनू श्रीनिवासन के नाम जिन्हें शिव सेना का हमला सहना पड़ा
गौहर राजा
18.12.2012
दिल्ली

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